मनमाफ़िक मेरी पसंदीदा कविताओं, कहानियों और अन्य रचनाओं का संकलन है.
सिर्फ़ बस्ती के उजड़ने से नहीं
सिर्फ़ आदमी के मरने से नहीं
सिर्फ़ गाछ के उखड़ने से नहीं
एक पत्ती के झरने से भी फ़र्क़ पड़ता है
- 2005
कवि - कृष्णमोहन झा
संकलन - तारों की धूल
प्रकाशन - राजकमल पेपरबैक्स, नई दिल्ली, 2025
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें