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गुरुवार, 28 जुलाई 2022

दोस्ती (Dosti by Sudhanshu Firdaus)

औंधे पड़े आकाश ने 

सीधे मुँह लेटे आदमी से कहा :

'कितने अकेले हो तुम'


एक फुसफुसाहट हुई 

तुम भी तो !

फिर दोनों हँसने लगे 



कवि - सुधांशु फ़िरदौस 

संग्रह - अधूरे स्वाँगों के दरमियान 

प्रकाशन - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली, 2020 

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