चलना ना सीखा
बादल-सा
उड़ना ना सीखा
फिर क्या सीखा
प्यार में।
धरती-सा
बिछ्ना ना सीखा
अम्बर-सा
उठना ना सीखा
फिर क्या सीखा
प्यार में।
काँटों से
लड़ना ना सीखा
फूलों से
डरना ना सीखा
फिर क्या सीखा
प्यार में।
कवि - मदन कश्यप
संकलन - नीम रोशनी में
प्रकाशक - आधार प्रकाशन, पंचकूला, 2000
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