मनमाफ़िक मेरी पसंदीदा कविताओं, कहानियों और अन्य रचनाओं का संकलन है.
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गुरुवार, 31 अक्तूबर 2013
वचन का बकुल (Vachan ka bakul by Naresh Mehta)
केतकी में आ गए फिर फूल पत्ते सब नए - वचन के इस बकुल को पर क्या हुआ जो हमें तुम दे गए ? कवि - नरेश मेहता संकलन - पदचिह्न संपादक - नंदकिशोर नवल, संजय शांडिल्य प्रकाशक - दानिश बुक्स, दिल्ली, 2006
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