सब से डरती गाय।
घास चरती गाय।
दूध देती गाय।
दूध पीता बच्चा।
दूध पीती बिल्ली।
दूध पीता साँप।
माँ, मुझको डर लगता :
मेरा घर
कैसे कैसे जीवों का घर लगता !
कवि - कुँवर नारायण
संकलन - अपने सामने
प्रकाशक - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली, पहला संस्करण, 1979
घास चरती गाय।
दूध देती गाय।
दूध पीता बच्चा।
दूध पीती बिल्ली।
दूध पीता साँप।
माँ, मुझको डर लगता :
मेरा घर
कैसे कैसे जीवों का घर लगता !
कवि - कुँवर नारायण
संकलन - अपने सामने
प्रकाशक - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली, पहला संस्करण, 1979
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