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मनमाफ़िक मेरी पसंदीदा कविताओं, कहानियों और अन्य रचनाओं का संकलन है.
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गुरुवार, 27 मार्च 2014
आँसू का वज़न (Aansoo ka vazan by Kedarnath Singh)
कितनी लाख चीख़ों
कितने करोड़ विलापों-चीत्कारों के बाद
किसी आँख से टपकी
एक बूँद को नाम मिला -
आँसू
कौन बताएगा
बूँद से आँसू
कितना भारी है
कवि - केदारनाथ सिंह
संकलन - सृष्टि पर पहरा
प्रकाशक - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली, 2014
1 टिप्पणी:
Ravi Ranjan
20 मार्च 2018 को 9:11 am बजे
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