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बुधवार, 19 मार्च 2014

सावधानी (Savdhani by Dinkar)


जो बहुत बोलता हो,
उसके साथ कम बोलो l 
जो हमेशा चुप रहे,
उसके सामने हृदय मत खोलो l 
 


कवि - रामधारी सिंह दिनकर (1908 -1974)
किताब - दिनकर रचनावली, खंड-2
संपादक - नन्दकिशोर नवल, तरुण कुमार 
प्रकाशक - लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद, 2011

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