नारंगी रंग की नारंगी
बेच रहा फलवाला गाकर
और बजाता है सारंगी
चमक रहा है छिलका पीला
सुन्दर फल है बड़ा रसीला
प्यास बुझे मन खुश हो जाता
ढीली तबियत होती चंगी
बेच रहा फलवाला गाकर
और बजाता है सारंगी
चमक रहा है छिलका पीला
सुन्दर फल है बड़ा रसीला
प्यास बुझे मन खुश हो जाता
ढीली तबियत होती चंगी
कवयित्री - सुधा चौहान
संकलन - महके सारी गली गली (बाल-कविताएं)
संपादक - निरंकार देव सेवक, कृष्ण कुमार
प्रकाशक - नेशनल बुक ट्रस्ट, दिल्ली, पहला संस्करण, 1996
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