इत्र-मिलन
मित्र-मिलन
चित्र-मिलन
पवित्र-मिलन
हुँ, हुँ, अ-पवित्र-मिलन
चरित्र-मिलन ?
जी हाँ, सब-कुछ ...
दुश्चरित्र-मिलन
थोड़ा-बहुत
सच्चरित्र-मिलन
कुल मिलाकर
इत्र - मिलन l
कवि - नागार्जुन
किताब - नागार्जुन रचनावली, खंड 1
संपादन-संयोजन - शोभाकांत
प्रकाशक - राजकमल प्रकाशन, दिल्ली, 2003
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