कई कोठरियाँ थीं क़तार में
उनमें किसी में एक औरत ले जायी गयी
थोड़ी देर बाद उसका रोना सुनाई दिया
उसी रोने से हमें जाननी थी एक पूरी कथा
उसके बचपन से जवानी तक की कथा
(1972)
कवि - रघुवीर सहाय
संकलन - रघुवीर सहाय : प्रतिनिधि कविताएँ
संपादक - सुरेश शर्मा
प्रकाशक - राजकमल पेपरबैक्स, दिल्ली, पहला संस्करण - 1994
उनमें किसी में एक औरत ले जायी गयी
थोड़ी देर बाद उसका रोना सुनाई दिया
उसी रोने से हमें जाननी थी एक पूरी कथा
उसके बचपन से जवानी तक की कथा
कवि - रघुवीर सहाय
संकलन - रघुवीर सहाय : प्रतिनिधि कविताएँ
संपादक - सुरेश शर्मा
प्रकाशक - राजकमल पेपरबैक्स, दिल्ली, पहला संस्करण - 1994
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