भागना है ? भागना ही l भागना
शहर छोड़, दल छोड़ भागना
मछली उछली उथले पानी भागना
मोलतोल घनघोर भागना
आँख जलेगी, उन आँखों मत ताकना
लक्ष्मी फेंक गयी हाथों का कँगना
भाग ना, दौड़कर भागना
विद्या छोड़, सिद्धि छोड़ भागना l
शहर छोड़, दल छोड़ भागना
मछली उछली उथले पानी भागना
मोलतोल घनघोर भागना
आँख जलेगी, उन आँखों मत ताकना
लक्ष्मी फेंक गयी हाथों का कँगना
भाग ना, दौड़कर भागना
विद्या छोड़, सिद्धि छोड़ भागना l
कवि - शंख घोष
बांग्ला से हिन्दी अनुवाद - प्रयाग शुक्ल
संकलन - शंख घोष और शक्ति चट्टोपाध्याय की कविताएँ
प्रकाशक - राजकमल पेपरबैक्स, दिल्ली, 1987
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