शिकार के शौकीनो,
और अपना शिकार तलाशते नौसिखुओ :
अपनी राइफलों को न साधो
मेरी खुशी पर ;
जिसकी औकात
बुलेट के दाम बराबर नहीं
( तुम उसे बेकार ही करोगे)
जो तुम्हें इतनी फुर्तीली और खूबसूरत लगती है
हिरनौटे की तरह,
और उड़ती फिरती है
हर तरफ,
एक तीतर की तरह,
खुशी नहीं है.
यकीन करो मेरा :
मेरी खुशी का
खुशी से कोई वास्ता ही नहीं.
फिलिस्तीनी कवि - ताहा मुहम्मद अली
संग्रह - ‘सो व्हाट’, 1971 से 2005 के बीच की नई और चुनींदा कविताएँ अरबी से अंग्रेज़ी अनुवाद और चयन - पीटर कोले, याह्या हिलाज़ी , गब्रैल लेविन
प्रकाशक - कौपर कन्योन प्रेस, वाशिंगटन, 2006
अंग्रेज़ी से हिन्दी अनुवाद - अपूर्वानंद
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